राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुसार 4 वर्षीय स्नातक कला उपाधि कार्यक्रम संस्कृत जनवरी 2024 सत्र से इग्नू में प्रारम्भ किया गया है। इस कार्यक्रम के अंतर्गत अधिगमकर्ताओं को स्वरोजगार के उन्मुखीकरण हेतु कौशल विकास से संबंधित पाठ्यक्रम ,नैतिक शिक्षा परक पाठ्यक्रमों को अध्ययन करने का सुअवसर प्राप्त होगा कार्यक्रम में प्रवेश लेने वाले विद्यार्थी को एक वर्ष पूरा कर निकास लेने पर स्नातक प्रमाणपत्र तथा दो वर्ष पूरा करने पर स्नातक डिप्लोमा तथा तीन वर्ष पूरा कर निकास लेने पर स्नातक उपाधि और चार वर्ष पूरे कर लेने के उपरांत अपनी रुचि के अनुसार बी.ए ऑनर्स अथवा शोध सहित बी.ए ऑनर्स शोध सहित की उपाधि छात्र को प्रदान की जाएगी। एक बार प्रवेश लेने के उपरांत छात्र स्व इच्छा से एक वर्ष में अथवा दो वर्ष में अथवा तीन वर्ष में या फिर कार्यक्रम की समाप्ति पर 4 वर्ष के उपरांत निकास लेने के विकल्प उपलब्ध होंगे।
* संस्कृत भाषा और साहित्य के अध्ययन अध्यापन द्वारा संस्कृत का प्रचार , प्रसार तथा संस्कृत के प्रति उत्साह में वृद्धि ।
* संस्कृत भाषा और साहित्य के माध्यम से वर्तमान और भावी पीढ़ी को प्राचीन धरोहर से परिचित करवाना।