"The Bachelors of Arts programme is a broad based programme with a mix of disciplinary, interdisciplinary and skill based courses. It has the following objectives:
Introduce the learners to the main themes and topics of disciplines in humanities, social sciences and sciences,
Provide the learners with the information and skills necessary to understand and analyse their world,
Enable the learners to work towards ability and skill enhancement through exposure to appropriate courses.
Impart reading and writing skills through assignments and exercises of such kind at an undergraduate level.
Expose the learner to the importance of interdisciplinarity."
Objective
Learner Target Group
Eligibility & Medium
Eligibility for admission:10+2 Or its equivalent
Medium of Instruction:Hindi
Duration & Fee Structure
Programme Duration:Minimum Duration: 36 Months and Maximum Duration: 72 Months
BHDC-133 आधुनिक हिंदी कविता: बी.ए. हिंदी (सामान्य) सीबीसीएस के विद्यार्थियों के लिए 'आधुनिक हिंदी कविता' का यह अनिवार्य पाठ्यक्रम है। इस पाठ्यक्रम का उद्देश्य विद्यार्थियों को आधुनिक हिंदी कविता के स्वरूप से परिचित कराना है। आधुनिकता का आगमन हिंदी साहित्य में एक विशिष्ट परिघटना है। आधुनिकता के आगमन के साथ ही कविता के स्वरूप में भी आमूलचूल परिवर्तन होता है। यह परिवर्तन भाव और भाषा के स्तर पर ही नहीं अपितु कविता की संरचना और युगबोध के स्तर पर भी सामने आता है। परंपरागत काव्य भाषाओं व्रज-अवधी आदि की जगह खड़ी बोली कविता की भाषा बनती है। प्रस्तुत पाठ्यक्रम में विद्यार्थी भारतेंदु युगीन कविता से लेकर छायावाद तक के महत्वपूर्ण कवियों और उनकी महत्वपूर्ण कविताओं से परिचित होंगे। पाठ्यक्रम में अध्ययन हेतु निर्धारित कविताओं की सप्रसंग व्याख्या भी खंड 3 में दी गई है, जिसके माध्यम से विद्यार्थी कविताओं को गंभीरता पूर्वक पढ़-समझ सकेंगे। इस पाठ्यक्रम में तीन खंड और 17 इकाइयां हैं। यह 6 क्रेडिट का पाठ्यक्रम है। पाठ्यक्रम की संरचना इस प्रकार निर्मित की गई है कि विद्यार्थी संबंधित पाठ्यचर्या के अध्ययन के साथ ही आधुनिक हिंदी कविता के विकास क्रम को भी भली-भांति समझने में सक्षम हो सकेंगे।
BHDE-142 राष्ट्रीय काव्यधारा: भारतीय स्वाधीनता आंदोलन का साहित्य से गहन संबंध रहा है। विभिन्न साहित्यकारों, पत्रकारों और सम्पादकों ने अपनी लेखनी के माध्यम से स्वतंत्रता की आकांक्षा को स्वर दिया। साहित्य प्रारंभ से ही स्वतंत्रता की बलिवेदी पर अपना सर्वस्व निछावर करने वाले क्रांतिवीरों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलता रहा है। उनकी प्रेरणा के लिए अपनी लेखनी चलाता रहा हैं, उनके अभियानों का जयघोष करता रहा है तथा उनकी कीर्ति और समर्पण के विजयगान उद्घोषित करता रहा है। ब्रिटिश उपनिवेश का विरोध पराधीनता से मुक्ति, राष्ट्रीय-सांस्कृतिक चेतना का विस्तार और राष्ट्र जागरण तत्कालीन साहित्य की केन्द्रीय चिंता के रूप में स्थापित हो जाता है। हिंदी के सभी प्रमुख साहित्यकारों ने अपनी रचनात्मकता के माध्यम से राष्ट्र जागरण के इस अभियान में अपना योगदान दिया । स्वाधीनता के पश्चात भी राष्ट्रीय चेतना के प्रसार और राष्ट्रीयता की भावना के जागरण हेतु यह काव्यधारा सत्तत प्रवाहित हो रही है।
BHDE-142 राष्ट्रीय काव्यधारा पाठ्यक्रम के अंतर्गत बी. ए. कार्यक्रम (BAG ) सी. बी. सी. एस. हिंदी के विद्यार्थी आधुनिक युग के उदय, राष्ट्रीय स्वाधीनता आंदोलन के विकास और राष्ट्रीय-सांस्कृतिक चेतना से सम्बद्ध साहित्य के प्रसार का विस्तार से अध्ययन करेंगे। राष्ट्रीय-सांस्कृतिक चेतना से सम्पन्न कविता की हिंदी में एक समृद्ध विरासत मौजूद है। इस पाठ्यक्रम में विद्यार्थी मैथिलीशरण गुप्त, माखनलाल चतुर्वेदी, सुभद्रा कुमारी चौहान, बालकृष्ण शर्मा नवीन, मधारी सिंह दिनकर, श्यामनारायण पाण्डेय जैसे प्रखर राष्ट्रवादी कवियों के व्यक्तित्व-कृतित्व अध्ययन के साथ ही इनकी चयनित कविताओं के वाचन एवं विश्लेषण का भी अध्ययन रहेतु निर्धारित छह क्रेडिट का यह पाठ्यक्रम तीन खंडों और इक्कीस इकाईयों में विभाजित है।
BHDE 144 छायावाद: बी.ए. कार्यक्रम (BAG ) सी.बी.सी.एस के पाठ्यक्रम में साहित्य के आधुनिक युग में भारतेंदु युग और द्विवेदी युग के पश्चात् तीसरे चरण में छायावाद का प्रादुर्भाव होता है। इसे साहित्यिक' खड़ी बोली का 'स्वर्णयुग' भी कहा जाता है। इस पाठ्यक्रम में विद्यार्थी को छायावाद युग की विशेषताएं, उसके भाव पक्ष और कला पक्ष से संबंधित जानकारी प्राप्त हो सकेगी। इस पाठ्यक्रम के दो खण्ड हैं। दोनों खण्डों में कुल तेरह इकाईयाँ हैं। पहले खण्ड में विद्यार्थी छायावादी युग के मुख्य कवि और उनके रचना संसार के बारे में जान सकेंगे तथा दूसरे खण्ड में इन्हीं कवियों की कुछ प्रसिद्ध कविताओं को सप्रसंग व्याख्या सहित पढ़ पाएंगें। इसके माध्यम से विद्यार्थी कविताओं की विशेषताओं को गंभीरतापूर्वक समझ सकेंगे। पाठ्यक्रम की संरचना इस प्रकार निर्मित की गई है कि विद्यार्थी छायावादी हिंदी कवियों और कविताओं के साथ-साथ उस समय के युग परिवेश को भी भली-भांति समझने में सक्षम हो सकेंगे।
BHDG-173 'समाचार पत्र और फीचर लेखन': इस पाठ्यक्रम का उद्देश्य विद्यार्थियों को समाचार पत्रों से परिचित कराना एवं उसक लिए लिखना, सिखाना है। इस पाठ्यक्रम के अन्तर्गत उन सभी पक्षों की चर्चा की गई है, जिसका ध्यान समाचार पत्र के लिए लिखते समय रखना पड़ता है। इस तरह का लेखन विशेषज्ञता की मांग करता है। यह लेखन साहित्यिक लेखन से अलग होता हालांकि इस पाठ्यक्रम में विद्यार्थी पुस्तक समीक्षा के विषय में भी पढ़ेंगे, जो साहित्यिक लेखन का हिस्सा है। फिर भी अपनी पूर्णता में इस प्रकार का लेखन सहजता और प्रवाह की मांग अंवश्य करता है। इस पाठ्यक्रम में समाचार पत्रों की दुनिया, समाचार पत्रों तथा विभिन्न क्षेत्रों, विशिष्ट विषयों और विशिष्ट वर्गों पर फीचर लेखन की जानकारी दी गई है। इसका एक खण्ड साहित्यिक लेखन, साक्षात्कार और व्यक्तिचित्र से भी सम्बन्धित हैं क्योंकि समाचार पत्रों में इनको भी पर्याप्त जगह मिलती है। इस पाठ्यक्रम में चार खण्ड और बीस इकाइयां हैं। यह चार क्रेडिट का पाठ्यक्रम है।
किसी भाषा को सीखने के क्रम में उसके विकास और व्याकरणिक संरचना से परिचित होना अत्यंत आवश्यक है। बी.ए ( सामान्य ) हिंदी के विद्यार्थी हिंदी भाषा और संप्रेषण पाठ्यक्रम का अध्ययन करेंगे। यह पाठ्यक्रम मूलतः विद्यार्थियों को हिंदी भाषा के विकास, व्याकरणिक संरचना और वाक्य निर्माण का बोध कराने के साथ ही उनमें संप्रेषण कौशल का विकास करने के उद्देश्य से तैयार किया गया है। दो खंडों में विभाजित इस पाठ्यक्रम में कुल नौ इकाइयां सम्मिलित हैं ।