यह वैदिक ज्ञानराशि के सांगोपांग अध्ययन हेतु समाज के सभी वर्गो के लिए ज्ञानप्रद और लाभप्रद कार्यक्रम है। एम. ए. वैदिक अध्ययन कार्यक्रम का उद्देश्य विद्यार्थियों को भारतीय विद्या के अंतर्गत वेदज्ञान, वेदांगों की विषयवस्तु, वेदों के बा्रह्मण ग्रंथों की विषयवास्तु, आरणयकों का प्रतिपाद्य, वेदांत में विवेचित विषयों, उपनिषदों के प्रतिपाद, वैदिक भाष्कार, वैदिक विज्ञान, गाणित, कला, बीजगाणित, वैदिक रेखागाणित, सृष्टि विज्ञान से लेकर भारतीय ऋषियों के मतों के आधार पर वैदिक मनीषा के विहंगम ज्ञानप्रद तथ्यों का प्रामाणिक और विस्तृत ज्ञान प्रदान करना है। इस कार्यक्रम में अध्ययन करने वाले विद्यार्थियों को प्राचीन भारत में गाणित,सिद्धांत एवं विभिन्न प्रायोगिक सूक्ष्म तथा मानव मूल्यों से ओतप्रोत विज्ञान की अवधारणा के विशेष ज्ञान कराने के साथ-साथ विद्यार्थियों को इस कार्यक्रम की अध्ययन सामग्री के द्वारा वैदिक ज्ञानराशि की समग्र जानकारी प्रदान करने का प्रयास किया जा रहा है। इस प्रकार के अध्ययन से विद्यार्थी समाज के सरोकार में रहकर अपनी विद्य से स्वंय लाभान्वित रहते हुए, सभी के हित चिंतन में भी संलग्न रहेंगे। विषय ज्ञान के साथ-साथ रोजगार के प्रति प्रेरित करना और उसके लिए योग्य होने की क्षमता विकसित करना भी इस कार्यक्रम में सन्निहित है।